उत्तराखण्ड राज्य के 25वें स्थापना दिवस (रजत जयंती) के अवसर पर शासन से प्राप्त दिशा-निर्देशों के क्रम में विद्यालय सभागार में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की *अध्यक्षता प्राचार्य प्रोफेसर प्रेमलता कुमारी एवं संयोजक डॉ दिनेश कोहली द्वारा किया गया।* कार्यक्रम का शुभारंभ उत्साहपूर्ण वातावरण में हुआ, जहाँ छात्र-छात्राओं ने राज्य की संस्कृति और लोक परंपराओं को दर्शाने वाले रंगारंग प्रस्तुतियाँ दीं।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की *मुख्य आयोजक डॉ. सारिका वर्मा*ने विद्यार्थियों को संस्कृत भाषा एवं लोकनृत्य की संरक्षण और संवर्धन के प्रति जागरूक किया तथा पारंपरिक कला को अपनाने का संदेश दिया।
प्राचार्य ने सभी प्रस्तुतियों की विशेष प्रशंसा करते हुए कहा कि –
“शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास आवश्यक है, और ऐसे कार्यक्रम उनकी प्रतिभा को निखारने का सर्वोत्तम माध्यम हैं।”
उन्होंने विद्यार्थियों को महाविद्यालय की विविध गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित भी किया। कार्यक्रम के सफल बनाने में समस्त प्राध्यापक, कर्मचारियों सहित छात्र छात्राओं योगदान रहा।
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